गुरुवार, 21 अगस्त 2014

आशाराम छटपटा रहें हैं जेल से बाहर आने को , अपने एक बड़बोलेपन में उन्होंने कहा था की , मैं तिहाड़ को प्लेन से देखा आया हूँ , ये जेल जाने से पहले किया था इन्होने ! अब लगभग एक साल बाद उन्हें फिर से बीमारी हो गयी है ! वो जेल से बाहर आने के लिए बेताब और want more vitamin she , लेना चाहते चाहते हैं ! 
उनकी बेताबी भरी बिमारी को जल्द ही आराम मिले ,, 
चुल्लू भर पानी में डूबें , और चल बसे !
देश को आराम देना ही , एक नायक के लिए सर्वोपरि हो सकता है ! और आप तो नायक ही नहीं , महा नालायक हैं ! 
मुझे उम्मीद है , की पांच साल बाद आप सामान्य ज्ञान के एक प्रश्न बन जाएंगे ! और बच्चे जवाब में "बलात्कारी बाबा " पे टिक लगाके , एक नंबर जुहाएँगे ! 
चलिए किसी काम तो आईये महाराज , बहुत दिन राधा बनके नाचे और नचाये 
तुम्हरे पदचिन्हो पे क्यों न , बेटा तुम्हरा जाए !!
मनीष भारतीय 

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